हल्दी और दूध दोनों हीं हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं. हल्दी और गर्म दूध दोनों को मिलाकरपिया जाए, तो इसके और भी ज्यादा फायदे हैं. हल्दी और दूध दोनों में प्रतिजैविक गुण होते हैं.हर दिन हल्दी और दूध पीकर आप कई बीमारियों और संक्रमणों से बच सकते हैं. हल्दी और दूधका मिश्रण विषाक्त पदार्थों और नुकसानदायक सूक्ष्मजीवों से हमारी रक्षा करता है. तो आइए जानतेहैं कि हल्दी और दूध पीने के और क्या-क्या फायदे हैं.हल्दी और दूध पीने के फायदे :
- हल्दी वाला दूध बनाने की विधि- 1/4 चम्मच हल्दी चूर्ण लें. दूध के साथ हल्दी के चूर्ण को 15 मिनट तक उबालें. फिर दूध को थोड़ा ठंडा करके पियें.
- हल्दी वाला दूध पीने से एक्ज़ीमा में फायदा पहुँचता है.
- हल्दी वाला दूध पीने से चर्बी कम करने में मदद मिलती है. और चर्बी कम होने से वजन कम होता है.
मुलायम और चमकती त्वचा के लिये आप ठन्डे दूध में हल्दी मिलाकर नहा सकते हैं.
- चमकदार त्वचा पाने के लिये हल्दी वाला दूध पियें.
- अगर आपके शरीर में लाल-लाल चकते हो गए हों, तो रूइ के टुकड़े को हल्दी वाले दूध में भिंगा लें,
फिर उसे चकते वाले हिस्से पर 15-20 मिनट तक लगाएँ, इससे चकते कम होंगें.
- हल्दी वाला दूध पीने से पीरियड का दर्द कम होता है.
- हल्दी और दूध पीने से प्रसव होने में आसानी होती है. प्रसव के बाद माँ के स्तनों में दूध पर्याप्त मात्रा में
रहता है और अंडाशय के तेजी से सिकुड़ने में मदद मिलती है.
- दूध में कैल्शियम पाया जाता है और हल्दी में एंटीऑक्सीडेट्स, इसलिए हल्दी और दूध पीने से हड्डियाँ
मजबूत होती है.
- यह शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाता है.
- हल्दी और दूध पीने से आँत स्वास्थ्य रहता है और यह पेट के अंदरूनी चोटों को ठीक कर देता है.
इससे पाचन बेहतर होता है तथा अल्सर, डायरिया, अपच नहीं होता है.
Haldi वाले दूध से यकृत, विषमुक्त होता है.
- हल्दी वाला दूध, खून साफ करता है.
- चोट लगने पर हल्दी वाला दूध पीने से दर्द से तो आराम मिलता हीं है, साथ हीं यह चोट वाले स्थान पर
खून नहीं जमने देता है.
- गठिया के रोगियों के लिए हल्दी वाला दूध विशेष रूप से लाभदायक है.
- गले में खराश, सर्दी या खाँसी होने पर हल्दी वाला दूध पीने से जल्द राहत मिलती है.
- जिन्हें रात में अच्छी नींद न आती हो, या जिन्हें जल्दी नींद न आती हो. उन्हें हर दिन हल्दी वाला दूध जरुर पीना चाहिए.
- हल्दी वाला दूध कैन्सर को रोकता है. यह कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करता है.
- हल्दी वाले दूध से श्वांस सम्बन्धित बीमारियों फायदा पहुँचता है. इससे फेफड़े तथा साइनस में जकड़न से तुरन्त राहत मिलती है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें