Latest Gyan

100 दिन में दुनिया की सबसे बड़ी बैटरी बनाएगा टेस्ला

कार और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र की जानी मानी कंपनी टेस्ला ने दर्जनों कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए भारी बैटरियां बनाने का कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर लिया है। हालांकि यह कॉन्ट्रैक्ट टेस्ला के लिए बहुत बड़ी चुनौती साबित होने वाला है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत टेस्ला को 100 दिन के भीतर 100 मेगावॉट की बैटरियां बनाकर देनी होगी। यह बैटरियां बिजली की भारी दिक्कत झेलने वाले साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए बैक अप का काम करेंगी।

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कहा, 'क्या कोई और यह काम कर पाएगा? अगर कोई ऐसी बैटरियां बना भी दे तो क्या वे काम करेंगी? हम ऐसी बैटरियां बनाकर देने जा रहे हैं।' इस बैटरी को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह 3000 घरों को बिजली दे सकती है। मस्क ने यह भी बताया कि अगर इस कॉन्ट्रैक्ट को पूरा कर पाने में सफल नहीं होते हैं तो उसे 50 मिलियन डॉलर का नुकसान होगा क्योंकि इस स्थिति मे टेस्ला को ये बैटरियां फ्री में देनी पड़ेंगी।

प्रदूषण से परेशान साउथ ऑस्ट्रलिया बीते कुछ समय से अपने कोल प्लांट्स को बंद करना चाहता है। इसलिए वह अपना फोकस सोलर और विंड एनर्जी पर रखना चाहता है। टेस्ला इन बैटरियों को भी एक विंड एनर्जी प्लांट पर ही बनाएगा। साउथ ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी समस्या बारिश होने या हवा न चलने के समय के लिए एनर्जी बचा कर रखना है। वहां बैक अप एनर्जी रखने की जगह न होने के कारण ज्यादा मात्रा में एनर्जी प्रॉडक्शन भी व्यर्थ जा सकता है। साउथ ऑस्ट्रेलिया के इस कदम की पर्यावरणविदों द्वारा तारीफ की जा रही है। अब सबकी नजरें टेस्ला पर टिकी हैं कि वह समय के साथ ही डिलिवरी दे दे। हालांकि इस तरह के प्रॉजेक्ट को पूरा करने में 6 महीने का वक्त लगता है लेकिन टेस्ला का कहना है कि वह इसे 3 महीने में ही पूरा करके दे देगी। टेस्ला के इसी आत्मविश्वास के कारण ही उसे अन्य कंपनियों पर तरजीह भी दी गई है। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें